विदेश मंत्री एस जयशंकर ब्रिटेन के पांच दिवसीय दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने बुधवार को बैठक के दौरान कनाडा में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों से जुड़े मुद्दे को उठाया, जिसमें वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों के सभी आयामों पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन के गृह मंत्री जेम्स क्लेवरली और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) टिम बैरो के साथ बैठक कीं। इस दौरान देश में अपने राजनयिकों की सुरक्षा के संबंध में खालिस्तान समर्थक चरमपंथ के संबंध में भारत की चिंताओं पर चर्चा हुई।
जयशंकर ने कनाडा में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों का जिक्र करते हुए कहा, ‘हम यहां सरकार को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि लोकतंत्र के साथी के तौर पर हम अभिव्यक्ति और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के महत्व को समझते हैं, लेकिन उन्हें इन स्वतंत्रताओं के दुरुपयोग के खिलाफ सतर्क रहना चाहिए और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उस दुरुपयोग को बर्दाश्त करना बहुत गलत होगा।’ कनाडाई अधिकारियों ने दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
उन्होंने कहा, कुल मिलाकर, मैं कहूंगा कि यह यात्रा सही समय पर हुई और ब्रिटिश सरकार ने सभी मुद्दों पर बातचीत करने का प्रयास किया और यह अपने आप में आज हमारे संबंधों की निकटता का एक उदाहरण है।