गौरतलब है कि भारत ने हिंसाग्रस्त सूडान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए सोमवार को ‘ऑपरेशन कावेरी’ शुरू किया। सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक समूह के बीच सत्ता हासिल करने के लिए भीषण संघर्ष जारी है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि सूडान में फंसे हमारे नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू हो गया है। भारतीय जहाज और विमान भारतीयों को स्वदेश लाने के लिये तैयार हैं। ज्ञात हो कि रविवार को भारत ने कहा था कि हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों को इस अफ्रीकी देश से सुरक्षित रूप से निकालने की अपनी आकस्मिक योजना के तहत जेद्दा में दो सी-130जे सैन्य परिवहन विमान उड़ान भरने के लिए तैयार रखे गए हैं। साथ ही, भारतीय नौसेना के एक जहाज आईएनएस सुमेधा को क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बंदरगाह पर रखा गया था। शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूडान से 3000 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की आकस्मिक योजनाओं की तैयारी के निर्देश दिये थे। सूडान में वहां की सेना और एक अर्द्धसैनिक समूह के बीच पिछले 12 दिनों से जारी भीषण लड़ाई में 400 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। हिंसाग्रस्त सूडान से अपने नागरिकों को निकालने के अभियान ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत भारतीयों का जत्था आईएनएस सुमेधा पर सवार होकर वहां से जेद्दा के लिए रवाना हो गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि जहाज 278 लोगों को लेकर सूडान के बंदरगाह से सऊदी अरब के शहर जेद्दा के लिए रवाना हुआ। बागची ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। संघर्षग्रस्त सूडान से फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार ने ‘ऑपरेशन कावेरी’ शुरू किया है। सीजफायर लागू होने के बाद भारत ने इस अफ्रीकी देश में फंसे अपने लोगों का रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है। इस अभियान के तहत भारतीयों का पहला जत्था पोर्ट सूडान से निकल चुका है।