महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा का कहना है कि भारत दुनिया के लिए कारखाने के रूप में चीन की जगह लेने में सक्षम होने के करीब है। हम इसका लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं। पड़ोसी की महत्वाकांक्षाओं पर संदेह और कोरोना के बाद आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान ने भी देश के पक्ष में काम किया है।
कंपनी की वार्षिक साधारण सभा में आनंद महिंद्रा ने कहा, आज सारे कारकों को एकजुट करने की जरूरत है क्योंकि, भारत लंबी छलांग लगाने को तैयार है। हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। जब कई देश मंदी की ओर बढ़ रहे हैं, तब भारतीय अर्थव्यवस्था 7% की दर से बढ़ रही है। चीन के साथ तनाव कई निर्माताओं को भारत की ओर धकेल रहा है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा को पहली तिमाही में 3,684 करोड़ का मुनाफा हुआ है। एक साल पहले के 2,361 करोड़ की तुलना में यह 56% अधिक है। राजस्व 17.57 फीसदी बढ़कर 33,406 करोड़ रुपये रहा है। खर्च 30,492 करोड़ रहा है। वित्त मंत्रालय ने ऑयल इंडिया का दर्जा बढ़ाकर महारत्न कर दिया है। यह केंद्र सरकार की 13वीं कंपनी है जिसे महारत्न का दर्जा मिला है। 2022-23 में इसे 9,854 करोड़ का फायदा हुआ था। इसी तरह ओएनजीसी विदेश लि को भी नवरत्न का दर्जा दिया गया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि उसके पास त्योहारी जरूरतों को पूरा करने समेत देश के भंडार में पर्याप्त एक करोड़ आठ लाख मीट्रिक टन चीनी का भंडार है।