भारत की 18 वर्षीय Sheetal Devi, जो अपनी असाधारण क्षमता और अद्वितीय तकनीक के लिए जानी जाती हैं, ने Para World Archery Championship 2025 में महिलाओं की compound individual category में Gold Medal जीतकर इतिहास रचा है। यह जीत न केवल उनकी मेहनत और समर्पण को दर्शाती है, बल्कि यह साबित करती है कि physical limitations कभी सपनों की राह में बाधा नहीं बन सकती।
Sheetal Devi का प्रेरक सफर
Sheetal Devi का जन्म Jammu and Kashmir के एक छोटे गाँव में हुआ था। वह phocomelia नामक दुर्लभ congenital condition के साथ पैदा हुई थीं, जिसके कारण उनके हाथ नहीं थे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। अपनी feet और chin का उपयोग करके arrows शूट करने की technique सीखकर उन्होंने पूरी दुनिया को अपनी क्षमता का अहसास कराया।
Championship में अद्भुत प्रदर्शन
Gwangju, South Korea में हुए इस प्रतियोगिता में, Sheetal Devi ने Turkey की top-ranked archer Oznur Cure Girdi को 146-143 के score से हराया। यह जीत उनके पिछले साल की हार का बदला भी था।
Team Events में भी शानदार प्रदर्शन
- Mixed Team Event: Sheetal Devi ने Toman Kumar के साथ मिलकर Great Britain की Jodie Grinham और Nathan MacQueen को 152-149 से हराया और Bronze Medal जीता।
- Compound Women’s Open Team: Sheetal Devi और Sarita ने Turkey के सामने कड़ी टक्कर दी और अंत में Silver Medal हासिल किया।
Sheetal Devi की जीत का वैश्विक महत्व
Sheetal Devi की यह historic जीत पूरी दुनिया के लिए inspiration है। उनका संघर्ष, मेहनत और determination यह संदेश देती है कि किसी भी physical limitation को अपने सपनों के रास्ते में रोड़ा नहीं बनने देना चाहिए।
NTPC, भारत सरकार और sports enthusiasts ने भी उनके extraordinary achievement की सराहना की है। पूर्व क्रिकेटर्स Yuvraj Singh और VVS Laxman ने भी Sheetal को बधाई दी।
Sheetal Devi ने साबित कर दिया कि सपनों की कोई सीमा नहीं होती। उनकी कहानी सिर्फ खेल जगत के लिए ही नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो challenges का सामना कर रहा है। उनकी जीत ने यह स्पष्ट कर दिया कि dedication और hard work से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।