US Banks का नया रुख: India Hubs पर बढ़ती निर्भरता
अमेरिका की Trump सरकार ने हाल ही में H-1B Visa Fees को बढ़ाकर $100,000 कर दिया है। इस फैसले का सीधा असर US Banks जैसे Citigroup, JPMorgan, Goldman Sachs, Bank of America पर पड़ा है। इन बैंकों के लिए अब अमेरिकी बाजार में Skilled Workers को लाना काफी महंगा हो गया है।
यही वजह है कि अब US Banks India Hubs यानी Global Capability Centres (GCCs) पर और ज्यादा भरोसा जता रहे हैं।
India Hubs क्यों हैं फायदे का सौदा?
India में मौजूद ये Global Capability Centres पहले से ही Banking सेक्टर के लिए backbone की तरह काम कर रहे हैं।
- अभी करीब 1.9 million लोग इन Hubs में काम कर रहे हैं।
- इनका Market Value लगभग $64 billion है और 2030 तक यह $110 billion तक पहुंच सकता है।
- Functions जैसे Risk Management, Tech Support, Accounting और Trading Support अब ज्यादा तेजी से India में शिफ्ट किए जा रहे हैं।
इससे US Banks को दो बड़े फायदे मिलते हैं –
- Cost Saving (कम खर्च)
- Skilled Talent तक आसान पहुंच
Visa Fees का असर और US Banks की Strategy
Experts का मानना है कि Visa Fees बढ़ने के बाद US Banks अपने Hiring Strategy को बदलेंगे।
- पहले जो काम America में Skilled Workers को बुलाकर करवाया जाता था, अब वही काम India Hubs में शिफ्ट किया जाएगा।
- इससे न सिर्फ Banks का खर्च बचेगा बल्कि Time Zone Advantage भी मिलेगा।
हालांकि, Bank अभी भी सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि भविष्य में और भी Immigration Policies आ सकती हैं।
India के लिए बड़ा अवसर
India के लिए यह बदलाव एक Golden Opportunity की तरह है।
- Jobs के नए मौके बढ़ेंगे।
- Banking और IT Sector में Innovation तेज़ होगा।
- Foreign Investment का Flow भी और मजबूत हो सकता है।
यह साफ है कि आने वाले सालों में India Hubs Global Finance और Banking Operations का सबसे मजबूत केंद्र बन सकते हैं।
Trump सरकार के Visa Fees फैसले ने US Banks को नया रास्ता दिखा दिया है। अब America की बजाय India में ज्यादा Opportunities पैदा होंगी। Global Capability Centres India के Growth Story को और आगे ले जाएंगे।